( तोरा मन दर्पण कहलाए लिरिक्स )
तोरा मन दर्पण कहलाये
सुख की कलियाँ दुख के
कांटे मन सबका आधार॥
मन से कोई बात छुपे
ना मन के नैन हज़ार
जग से चाहे भाग लो
कोई मन से भाग न पाये
तोरा मन दर्पण कहलाये॥
तन की दोलतजल की छाया
मन का धन अनमोल॥
तन के कारण मन की
धुन को मत मट्टी में रोल
मन की कदर भूलने
वाला हीरा जनम गवाए
तोरा मन दर्पण कहलाये॥
Song :तोरा मन दर्पण कहलाये | Tora Man Darpan Kahelaye
Album : Tu Pyar Ka Sagar Hai
Singer : Pamela Jain
Music: Appu
Label : Soormandir Hindi